エピソード

  • krishna
    2023/07/03
    गोद कृष्णा - एक छोटी सी कहानीकन्हैया नामक बालक नंद और यशोदा के यहां जन्म लिया था। उनका जन्म बृजभूमि में हुआ था और वो यशोदा माता के पास रहते थे। छोटे कृष्णा की नटखट आदतों और प्यारे चेहरे ने उनके दिलों में अपार प्रेम भर दिया था। वे अपने दोस्तों के साथ गोपी वेश में गोपियों को प्रेम करते और उनके साथ मधुर रासलीला करते थे।एक दिन, वृषभानु राजा के राजमहल में एक विशाल यज्ञ का आयोजन हुआ। इस यज्ञ में सभी गोपों को बुलाया गया था। छोटे कृष्णा भी अपने दोस्तों के साथ यज्ञ में शामिल होने के लिए राजमहल पहुंचे।यज्ञ के सामान्य नियमों के अनुसार, हर किसी को अपनी प्रिय वस्त्र धारण करके आना चाहिए था। लेकिन कृष्णा ने अपनी प्रिय वस्त्र को खो दिया था। अब वो बहुत परेशान हो गए। वह तुरंत यशोदा माता के पास गए और रोते हुए उन्हें यह बताया कि उन्होंने अपनी प्रिय वस्त्र को खो दिया है।यशोदा माता, जो उन्हें बहुत प्यार करती थी, ने कृष्णा को बहुत समझाया और उन्हें धैर्य रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा, "बेटा, तुम्हें चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। जब तुम्हारी वस्त्र खो जाती है, तो तुम्हें कुछ और पहनने का एक अवसर मिलता है। अब तुम नई वस्त्र धारण करो और यज्ञ में जाओ।"कृष्णा ने यशोदा माता की बात सुनी और एक अद्भुत रूप धारण किया। वह एक स्वर्ण के आकार का कवच पहने हुए दिखाई दिया। अब उन्हें बड़ी गर्व हो रही थी और वह यज्ञ में प्रवेश कर गए।जब यज्ञ के प्रमुख ऋषि ने छोटे कृष्णा को देखा, तो वह उनके आश्चर्य से ओढ़ गए। उन्होंने कहा, "ये कौन बालक है जिसका इतना शानदार कवच है?" सब लोग अचंभित हो गए और छोटे कृष्णा की ओर आकर्षित हो गए।यज्ञ के दौरान, एक राक्षस ने यज्ञ को बाधित करने की कोशिश की। छोटे कृष्णा ने राक्षस को अपनी आंखों से देखा और उसे अपनी लीलाओं से वश में कर दिया। राक्षस अचंभित हो गया और वहां से भाग गया।यज्ञ के बाद, सभी लोग छोटे कृष्णा की स्तुति करने लगे। उनके अद्भुत रूप, लीलाओं और शक्तियों की कहानियां बड़ी चर्चा में थीं। लोग यह मानने लगे कि छोटे कृष्णा भगवान विष्णु के स्वरूप में आए हुए हैं।इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि भगवान कभी भी अपने भक्तों की सहायता करने के लिए समर्पित होते हैं। वे हमेशा हमारे साथ होते हैं और हमारी मदद करते हैं, चाहे हम कितनी भी ...
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  • Ramayan
    2023/06/27
    • The Birth of Lord Rama: King Dasharatha performs a grand yagna to be blessed with sons. Lord Rama, an incarnation of Lord Vishnu, is born to Queen Kaushalya.
    • Rama's Childhood: Rama grows up with his brothers, Lakshmana, Bharata, and Shatrughna. They receive training in weaponry and learn about righteousness and duty.
    • Sita's Swayamvar: Sita, a beautiful princess, holds a swayamvar (a ceremony where a princess chooses her husband) and Rama wins her hand by breaking Lord Shiva's bow.
    • Exile to the Forest: Kaikeyi, Dasharatha's third wife, manipulates him into exiling Rama for 14 years and making Bharata the crown prince. Rama willingly leaves Ayodhya accompanied by Sita and Lakshmana.
    • Golden Deer and Sita's Abduction: Demon king Ravana, disguised as a golden deer, lures Rama and Lakshmana away. Taking advantage of their absence, Ravana abducts Sita and takes her to Lanka.
    • Hanuman's Journey to Lanka: Rama meets Hanuman, the monkey king, who offers his help. Hanuman, with his magical powers, crosses the ocean, finds Sita, and conveys Rama's message of rescue.
    • Battle Preparation: Rama forms an alliance with Sugriva, the monkey king, and together they gather an army of monkeys and bears. They devise a plan to attack Lanka and rescue Sita.
    • Battle of Lanka: A colossal battle ensues between Rama's army and Ravana's forces. Many mighty warriors clash, including Rama and Ravana themselves. Rama, aided by Hanuman's strength, defeats Ravana and rescues Sita.
    • Return to Ayodhya: Rama, Sita, and Lakshmana return to Ayodhya after 14 years. The citizens joyously welcome them, and Rama is crowned the king.
    • Rama's Reign: Rama rules Ayodhya with compassion and righteousness. His reign brings peace and prosperity to the kingdom. The Ram Rajya (Rama's rule) becomes a symbol of ideal governance.
    • Sita's Trial and Reunion: Doubts about Sita's purity arise, and Rama, bound by duty, exiles her to the forest. Sita takes refuge in the hermitage of sage Valmiki and gives birth to twin sons, Lava and Kusha. Years later, Rama learns about his sons and reconciles with Sita, bringing her back to Ayodhya.
    • Rama's Departure: After ruling for several years, Rama realizes his divine purpose and decides to end his mortal life. He enters the Sarayu River, accompanied by his brothers and devotees, transcending to his celestial abode.
    • The epic tale of Ramayan teaches valuable lessons about righteousness, devotion, loyalty, and the triumph of good over evil. It continues to be revered and celebrated as one of the greatest epics in Hindu mythology.
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