Kunj-Nikunj leela

著者: Shri Vinod Agarwal
  • サマリー

  • दोऊ नव करें खेल, दोऊ भुज अंश मेल;
    दोऊ सुख झेल झेल, मंद मुस्कावे हैं. . .
    Copyright Shri Vinod Agarwal
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あらすじ・解説

दोऊ नव करें खेल, दोऊ भुज अंश मेल;
दोऊ सुख झेल झेल, मंद मुस्कावे हैं. . .
Copyright Shri Vinod Agarwal
エピソード
  • Baithi chitrshala mein
    2020/08/28
    भई मैं विहाला बिन ऐ री नंदलाला. . .
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    9 分
  • Madhur ras baras raha
    2020/08/27
    रास से 'महारास' तक की यात्रा की एक झांकी . . .
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    1 時間 5 分
  • Sharad punam ki raat
    2020/08/27
    चंदा की चांदनी में यमुना के तीरे,
    मस्ती से बांसुरी बजाए धीरे धीरे. . .
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    33 分

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