प्रेमचंदजी निर्विवाद ही आधुनिक हिंदी साहित्य के प्रणेता रहे हैं और उनकी कुछ कहानियों से तो ये अनुमान लगाना ही असम्भव है कि ये दशकों पहले लिखी गई हैं – ऐसी ही एक कहानी है, मनोवृत्ति, 1900 के दशक की शुरुआत में लिखी गई मनोवृत्ति आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी उस समय थी - शायद आज के दौर में और भी अधिक प्रासंगिक है।
मनोवृत्ति, हमारे वो मानसिक दृष्टिकोण एवँ व्यवहार है जो हमें विरासत में मिले है या हमनें अपने आस-पास के समाज से अनायास ही अपना लिये है और अब हमारे मौजूदा व्यक्तित्व का हिस्सा बन गये है। लेकिन बदलते समय के साथ इन मनोवृत्तियों पर और साथ ही अपने मानसिक दृष्टिकोण एवँ व्यवहारिक तौर - तरीक़ो पर ख़ास ग़ौर करने की आवश्यकता है ।
एक युवती पार्क में बेंच पर आराम से सोती हुई पाई जाती है और सुबह की सैर करने वाले पुरूष और पार्क में दौड़ने आये युवाओं के साथ-साथ सैर करने आई महिलाएं भी, अपनी सोच के अनुसार, उस युवती के बारे मे विभिन्न निष्कर्ष पर पहुंचते हैं।
लेकिन जैसे ही युवती नींद से उठती है और अपनी पहचान बताती है, उनके व्यक्तिगत पूर्वाग्रह, दृष्टिकोण और जीवन के प्रति उनकी सोच पूरी तरह उजागर हो जाती हैं ।
Premchandji is the undisputed father of modern Hindi literature and some of his stories completely defy the passage of decades – Manovritti written in the early 1900s seems as relevant to us today as it may have been then – perhaps even more relevant today.
Manovritti is that set of attitudes and behavior that we seem to have inherited or acquired from the society around us, sometimes even unconsciously and this has resulted in making us the personalities that we are. But times are changing and perhaps there is a need to consciously look at these attitudes and question our behavior patterns.
A young girl is found comfortably fast asleep on a park bench and the morning walkers and younger men running in the park, as well as women out for a morning stroll, jump to various conclusions. Their individual biases, attitudes, and outlook on life become apparent when the girl awakens and identifies herself!
Design & Direction: PREETA MATHUR THAKUR
Editing & Music: AMAN GUPTA
Narrated by: Preeta Mathur Thakur, Aman Gupta, Atul Mathur and Shilpa Chakraborty
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